मथुरा।आज प्रातः 6:30 बजे जनपद न्यायालय, मथुरा के केन्द्रीय कक्ष में “अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस” का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा प्रभारी जनपद न्यायाधीश श्री अजय पाल सिंह के निर्देशानुसार आयोजित किया गया।

इस अवसर पर प्रभारी जनपद न्यायाधीश श्री अजय पाल सिंह ने अध्यक्षता की और कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला जज श्री सुरेन्द्र प्रसाद सहित अन्य न्यायिक अधिकारीगण, न्यायालय कर्मचारी, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल तथा अधिवक्तागण ने सहभागिता की।

कार्यक्रम में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित योग शिक्षक एवं जनपद न्यायालय के पेशकार श्री हरेकृष्ण द्वारा सभी को विभिन्न योगासन कराए गए। कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उदगीत, प्रणव प्राणायाम, चकियासन, कलाई व कंधे का सूक्ष्म व्यायाम, कमर चक्रासन, मंडूकासन, पश्चोत्तानासन, पवनमुक्तासन, सर्वांगासन एवं भुजंगासन जैसे योगाभ्यासों का समवेत अभ्यास किया गया।

कार्यक्रम के संचालन के दौरान श्री सुरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को योग के महत्व से जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है। नियमित योग से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी जनपद न्यायाधीश श्री अजय पाल सिंह ने कहा कि योग हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने योग को भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर बताते हुए कहा कि आज समूचा विश्व भारत की इस प्राचीन विद्या को अपना रहा है। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वे स्वयं योग को अपनाएं और अपने परिचितों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों ने योगाभ्यास के बाद इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करने का संकल्प लिया।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

Exit mobile version