मथुरा/नोएडा। उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा के पूर्व कुलपति डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव का निधन 25 दिसंबर 2025 को नोएडा में हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन की सूचना से पशु चिकित्सा एवं कृषि शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

डॉ. श्रीवास्तव का जन्म 1 अगस्त 1957 को बनारस में हुआ था। उन्होंने पशु चिकित्सा महाविद्यालय, मथुरा से पशु चिकित्सा एवं पशुपालन में स्नातक तथा वेटरनरी फार्माकोलॉजी एवं टॉक्सिकोलॉजी में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। उन्होंने पीएचडी पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना से तथा पोस्ट डॉक्टरेट जर्मनी से किया।
उनका शैक्षणिक जीवन 1984 में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना के पशु चिकित्सा महाविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में आरंभ हुआ। वर्ष 1987 में वे एसोसिएट प्रोफेसर तथा 1995 में प्रोफेसर बने। वर्ष 2004 में उन्होंने शेरे कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जम्मू के पशु चिकित्सा महाविद्यालय में अधिष्ठाता के रूप में कार्यभार संभाला। वर्ष 2008 में वे राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआई), करनाल के निदेशक सह कुलपति बने और लगभग 10 वर्ष तक संस्थान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्ष 2017 में वे कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल, नई दिल्ली के सदस्य तथा बाद में अध्यक्ष रहे। 4 जून 2022 से 10 मार्च 2025 तक उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, मथुरा के कुलपति के रूप में सेवाएं दीं। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय में शिक्षा, शोध एवं प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही मत्स्यिकी विज्ञान महाविद्यालय और डेयरी विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही।
उनके योगदान को विश्वविद्यालय परिवार और कृषि–पशु चिकित्सा जगत लंबे समय तक याद करेगा।