आगरा: ताज नगरी आगरा में बुधवार को विश्व के 32 देशों के सेना प्रमुखों का गौरवशाली संगम देखने को मिला। विशेष विमान से आगरा पहुंचे इन सैन्य अधिकारियों ने विश्व धरोहर ताजमहल का दीदार किया और इसकी नायाब सुंदरता को करीब एक घंटे तक निहारा। ताजमहल की भव्यता देखकर सभी ने एक स्वर में कहा, “वाह ताज!”
ताजमहल में यादगार पल
सैन्य प्रमुखों ने अपने परिवारों के साथ ताजमहल के सामने यादगार तस्वीरें खिंचवाईं। विदेशी मेहमानों ने भारतीय संस्कृति और मेहमाननवाजी की जमकर सराहना की और भारत की विरासत को अद्वितीय बताया। इनका स्वागत ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी और सीआईएसएफ के सीनियर कमांडेंट वी.के. दुबे ने किया। इस 250 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और उनके परिजन शामिल थे।
दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
ये सैन्य प्रमुख दिल्ली में 14 से 16 अक्टूबर तक आयोजित तीन दिवसीय ‘यूनाइटेड नेशंस ट्रूप कोंट्रीब्यूटर कॉन्फ्रेंस (UNTCC) और SCO समिट’ में भाग लेने भारत आए हैं। सम्मेलन का उद्घाटन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया। इसका उद्देश्य वैश्विक शांति मिशनों में सहयोग बढ़ाना और स्वदेशी तकनीकों के उपयोग को प्रोत्साहित करना है, ताकि भविष्य के शांति अभियानों को और प्रभावी बनाया जा सके।
भारत की बढ़ती कूटनीतिक साख
आगरा में विदेशी सैन्य प्रमुखों का यह दौरा न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत का सम्मान दर्शाता है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा और कूटनीतिक प्रभाव को भी रेखांकित करता है। इस आयोजन ने ताजमहल की वैश्विक अपील को एक बार फिर साबित किया।