• लापरवाही पर संबंधित बीएमओ एवं सीडीपीओ के खिलाफ होगी कार्यवाही
रिपोर्ट 🔹जिला ब्यूरो चीफ मुरैना मुहम्मद इसरार खान
मुरैना/मप्र। शासन द्वारा स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत अनेको योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाने का प्रमुख दायित्व स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास का है।
इन योजनाओं के स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग के प्रस्तुत किये गये आंकड़ो में काफी अंतर देखने को प्रतीत हो रहा है, यह अंतर नहीं आना चाहिए। जिस ब्लॉक में आगे से अंतर आता है, तो संबंधित बीएमओ एवं सीडीपीओ के खिलाफ कार्यवाही होगी।
ये निर्देश कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने गत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में चल रही बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मेश उपाध्याय, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री ओपी पाण्डेय, जिले के समस्त बीएमओ एवं सीडीपीओ के अलावा अन्य मैदानी कर्मचारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने समीक्षा के दौरान कहा कि मिसिंग प्रेगनेंसी के आंकड़ो में काफी अंतर है, इस प्रकार के आंकड़े अगली बैठक में देखने को न मिले। अधिकारी स्वयं भ्रमण करें, वस्तुस्थित देखे, जहां कार्य करने में कठिनाई आ रही है, उसे एक दूसरे के आपसी समन्वय से निराकृत करें।
कलेक्टर ने बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य, मातृत्व मृत्यु, बाल स्वास्थ्य, एनआरसी, कुष्ठ, मलेरिया, आयुष्मान, एनसीडीडीइआर, परिवार नियोजन सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभागीय योजनाओं की समीक्षा की।
कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, 01 अप्रैल 2024 से 31 मई 2025 तक पंजीकृत सेम स्टेटस रिपोर्ट, एनआरसी, समेकित बाल संरक्षण योजना के संबंध में विस्तार से समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोगों को योजनाओं का बेहतर लाभ मिले,ऐसा अधिकारी प्रयास करें।