अयोध्या। उत्तर प्रदेश की पवित्र नगरी अयोध्या को ‘गंदा’ करने की साजिश का पर्दाफाश हो गया है। कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के फतेहगंज स्थित रानी सती गेस्ट हाउस में शुक्रवार देर रात पुलिस ने छापेमारी कर एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में 12 लड़कियों को हिरासत में लिया गया, जबकि गेस्ट हाउस मालिक और उसके सहयोगी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़ी गई लड़कियां मुख्य रूप से बिहार और गोरखपुर की रहने वाली बताई जा रही हैं। पुलिस का कहना है कि यह रैकेट कई वर्षों से सक्रिय था और फतेहगंज पुलिस चौकी से महज 500 मीटर की दूरी पर संचालित हो रहा था।
घटना का पूरा विवरण
पुलिस को मुखबिर से गुप्त सूचना मिली थी कि रानी सती गेस्ट हाउस में अवैध देह व्यापार का धंधा बड़े पैमाने पर फल-फूल रहा है। बिहार और गोरखपुर से लड़कियों को लाकर ग्राहकों के हवाले किया जाता था। सूचना पर सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में कोतवाली नगर पुलिस की टीम ने आधी रात को अचानक दबिश दी। छापे के दौरान गेस्ट हाउस के विभिन्न कमरों से 12 लड़कियां आपत्तिजनक अवस्था में बरामद हुईं। गेस्ट हाउस मालिक ने इन लड़कियों को ‘मेहमान’ बताने की कोशिश की, लेकिन सबूतों के सामने सच्चाई खुल गई।
मौके से कोई हथियार या नशीली वस्तुएं तो बरामद नहीं हुईं, लेकिन पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह सोशल मीडिया और लोकल नेटवर्क के जरिए ग्राहकों को लुभाता था। लड़कियों को झूठे वादों के बहाने लाया जाता था, जिनमें से कुछ नाबालिग भी हो सकती हैं—इसकी जांच चल रही है। पुलिस ने अनैतिक व्यापार निषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है, और सभी आरोपी थाने में पूछताछ के दायरे में हैं।
अयोध्या में बढ़ती ऐसी घटनाएं: एक चिंताजनक ट्रेंड
धर्म नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, लेकिन इसके साथ ही अपराध के नए रूप भी सामने आ रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब यहां सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ हो। 2021 में देवकाली क्षेत्र के सरस्वती पुरम में एक किराए के मकान से 4 लड़कियों और 5 युवकों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, हाल के वर्षों में कुशीनगर और नोएडा जैसे आसपास के जिलों में भी इसी तरह के रैकेट पकड़े गए हैं, जहां OYO होटलों और गेस्ट हाउसों का इस्तेमाल होता रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि पर्यटन बढ़ने से ऐसे गिरोहों को नया बाजार मिल गया है, लेकिन योगी सरकार की सख्ती से अब इन्हें नेस्तनाबूद करने की मुहिम तेज हो गई है।
अयोध्या के एसएसपी डॉ. गौराभ सिंह ने बताया, “हमारी प्राथमिकता महिलाओं और पर्यटकों की सुरक्षा है। मुखबिरों के नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है, और ऐसी घटनाओं पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है।” फिलहाल, पकड़ी गई लड़कियों को काउंसलिंग दी जा रही है, और उनके परिवारों से संपर्क साधा जा रहा है।
सोशल मीडिया पर हंगामा: वीडियो वायरल
इस घटना ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। X (पूर्व ट्विटर) पर कई यूजर्स ने वीडियो शेयर कर पुलिस की तारीफ की, तो कुछ ने योगी सरकार पर सवाल उठाए। एक वीडियो में छापेमारी के दृश्य साफ दिख रहे हैं, जहां पुलिस टीम गेस्ट हाउस में घुसती नजर आ रही है। एक अन्य क्लिप में गिरफ्तार लड़कियों को थाने ले जाते हुए दिखाया गया है।
यह घटना अयोध्या की छवि को धूमिल करने वाली है, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इसे सकारात्मक मोड़ दिया। रामनगरी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए अब और सतर्कता बरती जाएगी।
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