समाचार सार : अयोध्या मेंमर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या सावन मास में भक्ति और उल्लास से सराबोर है। श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया से मणि पर्वत पर शुरू हुआ सावन झूला मेला पूर्णिमा तक चलेगा। इस अवसर पर मंदिरों से भगवान राम-सीता की मूर्तियां मणि पर्वत लाई जाती हैं और पारंपरिक झूले पर झुलाया जाता है।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच सुरक्षा और सुविधाओं के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सरयू नदी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। पूरे मेला क्षेत्र में CCTV और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पेयजल, चिकित्सा, सफाई और यातायात के सुचारू प्रबंध के बीच रामनगरी हर-हर बम बम और जय श्रीराम के नारों से गूंज रही है।

विशेष तिथियां:
27 जुलाई – मणि पर्वत मेला
5 अगस्त – झूलनोत्सव
9 अगस्त – रक्षाबंधन

🚩 रामनगरी आधा सावन हर-हर बम बम, आधा सावन जय श्रीराम के नारों से गूंज उठी!

रिपोर्ट 🔹देवबक्स वर्मा


अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या में सावन का महीना आते ही भक्ति और आनंद का अद्भुत संगम दिखाई देने लगता है। एक ओर भोलेनाथ के जयकारों से गूंजते शिवालय, तो दूसरी ओर जय श्रीराम की महापावन ध्वनि से आलोकित रामनगरी – मानो स्वर्ग धरा पर उतर आया हो।

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया से सावन झूला मेले का शुभारंभ हो चुका है, जो पूर्णिमा तक चलेगा। यह मेला न केवल अयोध्या का गौरव है, बल्कि हजारों वर्षों से चली आ रही परंपरा का जीवंत उत्सव भी है।

🌸 भक्ति में डूबी रामनगरी

इस बार का सावन झूला मेला और भी विशेष है। रामलला अब भव्य राममंदिर में विराजमान हैं। प्रथम तल पर सजा राजा राम सरकार का दरबार भक्तों को अनोखा दिव्य अनुभव दे रहा है।

श्रद्धालु सरयू मां में आस्था की डुबकी लगाकर मंदिरों में दर्शन-पूजन कर रहे हैं। संगीतमय भजनों की स्वर लहरियां भक्तों के हृदय में भक्ति का नवसंचार कर रही हैं।

मणि पर्वत पर झूले का आनंद

अयोध्या के सभी प्रमुख मठ-मंदिरों से उत्सव मूर्तियां मणि पर्वत पहुंचाई जाती हैं। वहां राम-जानकी को पारंपरिक झूले पर विराजमान कर झुलाया जाता है। यह झूलनोत्सव श्रद्धा, प्रेम और संस्कृति का प्रतीक बन गया है।

आसपास के जिलों – बस्ती, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, गोंडा समेत दूर-दराज के राज्यों से भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है।

सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं –

  • मेला क्षेत्र को 5 जोन और कई सेक्टरों में बांटा गया।
  • मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी चप्पे-चप्पे पर तैनात।
    ATS और STF के जवान तैनात।
  • सरयू नदी में NDRF, SDRF और गोताखोर सक्रिय।
    CCTV और ड्रोन कैमरों से निगरानी।
  • पेयजल, शौचालय और चिकित्सा सहायता के व्यापक प्रबंध।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम।

विशेष तिथियां

📌 27 जुलाई – मणि पर्वत मेला
📌 29 जुलाई – नागपंचमी
📌 31 जुलाई – तुलसीदास जयंती
📌 5 अगस्त – झूलनोत्सव
📌 9 अगस्त – रक्षाबंधन

✨ भक्ति में लीन श्रद्धालु, गूंज उठा अयोध्या का कण-कण

सावन झूला मेला के इस अवसर पर रामनगरी का कण-कण गूंज रहा है – “सिया राम मय सब जग जानी”। भक्त सरयू मां में स्नान कर अपने इष्टदेव से मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।


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