नई दिल्ली: हरियाणा में अक्टूबर, 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 90 सीटों में से 48 सीट हासिल करके लगातार जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 37 सीट मिली थीं। इससे पहले, राहुल गांधी ने बीते 18 सितंबर को दावा किया था कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’ तथा ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए। निर्वाचन आयोग ने उनके आरोपों को निराधार बताया था।
राहुल गांधी ने दावा किया कि ब्राजील की एक मॉडल की तस्वीर का इस्तेमाल करके हरियाणा में 10 बूथ पर 22 अलग अलग-अलग नाम से फर्जी मतदाता बनाए गए थे।
उन्होंने कथित फर्जी मतदाताओं के कुछ और उदाहरण भी दिए। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग और भाजपा की मिलीभगत से चुनाव चोरी किया गया। गांधी ने आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा सरकार वैध नहीं है।
हरियाणा में अक्टूबर, 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 90 सीट में से 48 सीट हासिल करके लगातार जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 37 सीट मिली थीं।
राहुल गांधी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह जिस प्रमाण के साथ वोट चोरी का विवरण दे रहे हैं उससे साफ होता है कि हरियाणा में चुनाव नहीं हुए, बल्कि 100 फीसदी प्रमाणों से साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा तथा चुनाव आयोग ने मिलकर लोकतंत्र को ध्वस्त किया है।
हरियाणा में वोटों की चोरी कर वहां भाजपा की सरकार बनाई है। उनका कहना था कि वोट चोरी का यह काम बहुत गहरी साजिश और रणनीति के तहत किया गया है। इसके पुख्ता प्रमाण हैं कि पूरे राज्य में कैसे वोटों को चुराया गया है।
उम्मीदवारों से हरियाणा में बहुत सारी शिकायतें उन्हें मिलती रहीं हैं और कई उम्मीदवारों ने अनियमितताओं की सूचना भी उस समय दी थी। इसी तरह से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मतदान हुआ है। इन सब राज्यों में भाजपा ने व्यवस्थित तरीके से वोट चोरी का काम करवा कर मतदान कराया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस तरह के प्रमाण कांग्रेस ने फर्जी वोटरों को लेकर जुटाए हैं उससे साफ हो गया है कि हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में मुख्यमंत्री लोकतांत्रिक तरीके से नहीं बने हैं। वोट चोरी करके उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी दी गई है।
इन सब राज्यों में कांग्रेस की भारी जीत को हार में बदलने की योजना एक सोची समझी रणनीति के तहत बनी थी। उन्होंने कहा “आश्चर्य की बात है कि एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस की जीत की बात हो रही थी। एग्जिट पोल काफी सटीक होते हैं।
हरियाणा के चुनावी इतिहास में पहली बार, डाक मत वास्तविक मतदान से भिन्न थे और राज्य के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। हमने सोचा कि चलो विवरण में चलते हैं। जब मैंने पहली बार यह विवरण देखा तो मुझे इस पर विश्वास नहीं हो रहा था और मैं सदमे में था इसलिए मैंने विवरण तैयार कर रही अपनी टीम से कई बार क्रॉस-चेक करने के लिए कहा।

