आगरा: आगरा पुलिस पर थर्ड डिग्री टॉर्चर के आरोपों की श्रृंखला थमने का नाम नहीं ले रही। किरावली थाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब फतेहपुर सीकरी थाने पर भी पुलिस बर्बरता के गंभीर आरोप लगे हैं। एक युवक को सादा वर्दी में बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से उठाकर 36 घंटे तक अवैध हिरासत में रखकर मारपीट करने और बाइक चोरी का जुर्म कबूल कराने का दबाव बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

शिकायतकर्ता हरदेवी (पत्नी स्वर्गीय जोगेंद्र सिंह), निवासी रसूलपुर सदर (थाना अछनेरा) ने पुलिस आयुक्त को शिकायती पत्र सौंपकर पूरी घटना का वर्णन किया है। मामला अब पुलिस कमिश्नर स्तर तक पहुंच चुका है।

घटना की पूरी दास्तान:

  • 21 दिसंबर की शाम: एक सफेद रंग की विटारा ब्रेजा कार (बिना नंबर प्लेट) रसूलपुर गांव पहुंची। कार में सवार सादा वर्दी वाले लोग हरदेवी से प्लॉट पर नींव खुदाई का बहाना बनाकर उनके बेटे सोमेश का मोबाइल नंबर लिया।
  • कुछ समय बाद उन लोगों ने सोमेश को कॉल करके बुलाया और शाम करीब 7:15 बजे जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए।
  • मां हरदेवी ने उसी रात 10 बजे थाना अछनेरा में लिखित शिकायत दी और डायल 112 पर सूचना दी, लेकिन तत्काल कार्रवाई नहीं हुई।
  • 22 दिसंबर की रात पौने 12 बजे: सोमेश को कुछ लोग अछनेरा थाने छोड़कर गए।
  • घर लौटकर सोमेश ने बताया कि उठाने वाले फतेहपुर सीकरी थाने के पुलिसकर्मी थे। उसे 36 घंटे तक थाने में बंधक रखकर बाइक चोरी के केस में जुर्म कबूल कराने के लिए पीटा गया।
  • बिना FIR, बिना सूचना और बिना कानूनी प्रक्रिया के की गई यह कार्रवाई पुलिसिंग के मानकों से बाहर है।

    पीड़ित परिवार ने दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की है। आगरा पुलिस की छवि पर लग रहे ये लगातार आरोप गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। जांच के परिणाम का इंतजार है।

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