आगरा। नगर निगम की महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह सोमवार को अचानक पश्चिमपुरी रोड पर निरीक्षण करने पहुंचीं। सड़क और नाले के कार्यों में चल रही कथित अनियमितताओं को देखकर महापौर भड़क उठीं। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को लीपापोती बंद करने के निर्देश देते हुए सख्त लहजे में पूछा कि पहले से पूर्ण कार्यों को दोबारा क्यों कराया जा रहा है?
महापौर ने सवाल खड़ा किया कि नाले और इंटरलॉकिंग के जिन निर्माण कार्यों को अधिकारी कागजों में पहले ही पूरा दिखा चुके हैं, वे फिर से जमीन पर क्यों कराए जा रहे हैं? उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनता के धन की बंदरबांट बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान महापौर ने अधिकारियों से यह भी पूछा कि यह काम किस टेंडर या किस मद में स्वीकृत हुआ है, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने काम को तत्काल रोकने के आदेश दिए।
गौरतलब है कुछ दिनों पहले आयोजित सदन में पार्षदों ने सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए महापौर ने पार्षदों की एक जांच कमेटी गठित की थी, जिसने रविवार को अपनी जांच आख्या सौंप दी है। रिपोर्ट में थर्ड पार्टी जांच कराने की संस्तुति भी दी गई है। महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने साफ कहा कि वे पूरे मामले में थर्ड पार्टी जांच से पीछे नहीं हटेंगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कोई कितना भी षड्यंत्र रच ले, इस बार भ्रष्टाचारी नहीं बच पाएंगे।
महापौर आज होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में पूरे प्रकरण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखने वाली हैं, जिससे मामले की उच्चस्तरीय जांच की संभावना और मजबूत हो गई है।

