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उदयपुरराजस्थान

नवोदय ऊर्जा सोसायटी’ की ‘स्टेट लेवल एलुमनी मीट’ नवलय (समागम) 2024 का आयोजन 04 अगस्त (रविवार) को झीलों की नगरी उदयपुर में होगा

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  • रिपोर्ट – ओमप्रकाश साहू

उदयपुर/राजस्थान: जवाहर नवोदय विद्यालयों के पूर्व छात्रों के एलुमनाई संगठन ‘नवोदय ऊर्जा सोसायटी’ की ‘स्टेट लेवल एलुमनी मीट’ का आयोजन 04 अगस्त 2024 (रविवार) को झीलों की नगरी उदयपुर में किया जा रहा है।

नवोदय एलुमनी जिला महासचिव महावीर प्रसाद सुथार ने बताया कि नवोदय ऊर्जा सोसायटी का ध्येय है कि नवोदय एलुमनाई के बीच बंधुता और भाईचारे की भावना को सुदृढ़ करते हुए हम समाज में सौहार्द और सद्भावना का संदेश देकर देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु अपना महती योगदान दें। इस दृष्टि से जुलाई माह हमारे लिए महत्वपूर्ण रहा है।

प्रदेश महासचिव ऊर्जा समिति सीए मानवेंद्र कुमावत की अगुवाई में सैकड़ो नवोदय एलुमनी भीलवाड़ा जिले से इस मीट में भाग लेने की योजना है। आप सबके सहयोग से पर्यावरण सुधार के लिए विभिन्न जिलों में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। भविष्य में मानवता की सेवा के लिए ब्लड डोनेशन कैंप भी आयोजित किए जाएंगे। नवोदय एलुमनाई की यह यात्रा यहीं तक नहीं रुकेगी। हम सब मिलकर समाज, पर्यावरण, देश और मानवता के हित में निरंतर आगे चलते रहेंगे, आगे बढ़ते रहेंगे।
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हमारी इस यात्रा का एक पड़ाव आगामी 04 अगस्त को मेवाड़ की पावन भूमि और झीलों की नगरी उदयपुर में होगा, जहां हम आपस में मिलकर प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और एकता का परिचय देते हुए “हमीं नवोदय हों” गीत की सार्थकता का स्मरण करेंगे और नई ऊर्जा प्राप्त करेंगे।

इस पुण्य स्मरण में मेवाड़ की पावन धरा हमारी ऊर्जा को स्फूर्ति देगी। मेवाड़ की भूमि स्वाभिमान (महाराणा प्रताप), शौर्य (हल्दी घाटी), साम्प्रदायिक एकता (हाकिम खां सूरी का प्रताप की सेना को नेतृत्व) त्याग (पन्ना धाय), बलिदान (झाला मान व हाड़ी रानी), समर्पण और सहयोग (आदिवासी), दान (भामाशाह), प्रेम और भक्ति (मीरां) इत्यादि गुणों से आच्छादित भूमि है, जिसे हिन्दू , मुसलमान, जैन , बौद्ध, आदिवासी सभी संस्कृतियों ने आबाद किया है। हम मेवाड़ की धरती के इन संदेशों को आत्मसात करते हुए समाज, पर्यावरण देश और मानवता के निमित्त अपनी एकजुटता का संकल्प लेंगे।

जिला नजर

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