नई दिल्ली/एजेंसी। तीन वर्षों की गहन बातचीत के बाद भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने एक ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। यह समझौता दोनों देशों के व्यापार, निवेश और सेवाओं के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा।

यह डील न केवल ब्रेक्जिट के बाद यूके की सबसे बड़ी द्विपक्षीय व्यापारिक उपलब्धि मानी जा रही है, बल्कि भारत के लिए भी यूरोप के बाहर अपने बाजार विस्तार का महत्वपूर्ण पड़ाव है।

99% भारतीय वस्तुएं यूके में टैक्स फ्री

इस समझौते के तहत यूके सरकार ने भारतीय वस्त्र, जेम्स-एंड-ज्वेलरी, ऑर्गेनिक केमिकल्स, फूड प्रॉडक्ट्स और ऑटो पार्ट्स पर आयात शुल्क पूरी तरह खत्म कर दिया है।

ब्रिटिश शराब अब सस्ती

भारत ने स्कॉच, व्हिस्की और जिन पर आयात शुल्क 150% से घटाकर 75% कर दिया है, जिसे धीरे-धीरे 40% तक लाया जाएगा।

सेवाओं और वीजा में सहूलियत

ब्रिटिश कंपनियों को भारत में आसान प्रवेश और भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए यूके में अस्थायी कार्य व व्यापार यात्रा के लिए प्रक्रियाएं सरल होंगी।

सामाजिक सुरक्षा समझौता

यूके में काम कर रहे भारतीयों को अब दोहरी सामाजिक सुरक्षा (डबल टैक्सेशन) से राहत मिलेगी।

नेताओं की प्रतिक्रिया

पीएम नरेंद्र मोदी: “यह समझौता भारत-यूके संबंधों में नई ऊर्जा भरने वाला है। इससे हमारे युवाओं को रोजगार और व्यापार जगत को वैश्विक मंच मिलेगा।”

ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर: “ब्रेक्जिट के बाद यह यूके का सबसे बड़ा और रणनीतिक व्यापार समझौता है। भारत हमारा सबसे मजबूत साझेदार बनकर उभरा है।”

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