• कंपाउंडर ने कर दिया मृत घोषित, ढाई घंटे बाद गंगाजल के छींटे पड़ते ही लौट आई सांस
रिपोर्ट 🔹नेहा श्रीवास
झाँसी/यूपी। सीपरी बाजार के भोजला इलाके में शुक्रवार को ऐसा चमत्कार हुआ कि जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। 90 साल की माया देवी को परिवार और कंपाउंडर ने मृत मान लिया। घर में मातम का माहौल था, महिलाएं बिलख रही थीं, अगरबत्ती और धूप जल चुकी थी। लेकिन करीब ढाई घंटे बाद गंगाजल के छींटे पड़ते ही बुजुर्ग दादी की सांस लौट आई।
मोहल्ले में यह खबर आग की तरह फैल गई। परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। माया देवी को जिंदा देख हर कोई हैरान रह गया। परिवार वाले नजदीकी मंदिर पहुंचे और भगवान का धन्यवाद करते हुए प्रसाद चढ़ाया।
कैसे हुआ यह सब?
भोजला निवासी माया देवी शुक्रवार सुबह 10 बजे अचानक बेहोश हो गईं। सांसें थम सी गईं। परिवार ने पड़ोसी कंपाउंडर को बुलाया। उसने नब्ज देखी और मृत घोषित कर दिया। घर में कोहराम मच गया। महिलाएं चीख-पुकार करने लगीं। बुजुर्ग को बिस्तर से उतार कर जमीन पर लिटा दिया गया।
गंगाजल ने लौटा दी जिंदगी
करीब ढाई घंटे तक घर मातम में डूबा रहा। तभी छोटे बेटे राम किशन ने मां के शरीर पर गंगाजल के छींटे मारे। यह देखते ही माया देवी की सांसें चलने लगीं। कुछ देर बाद वह होश में आ गईं।
डॉक्टर ने बताया कारण
🔹“कभी-कभी मरीज न्यूरोमैटिक शॉक में चला जाता है। इसमें शरीर मृत जैसा हो जाता है, पर दिल धीरे-धीरे धड़कता रहता है। अचानक कोई प्रतिक्रिया होने पर मरीज होश में लौट आता है।”
– डॉ. जकी सिद्दिकी, वरिष्ठ फिजिशियन, महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज
यह चमत्कार भोजला मोहल्ले में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इसे कुदरत का करिश्मा बता रहे हैं।
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