मथुरा: जिले में  दो सगे भाइयों को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने वाला हत्यारोपी प्रधान ताराचंद बघेल को पुलिस ने बृहस्पतिवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। जबकि उसके पांच साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमें दबिश दे रही हैं। रविवार की रात को धर्मपुरा नहर के पास दो सगे भाइयों तिलक सिंह (35) और विनोद सिंह (33) के शव मिले थे। फरह के गांव पीलुआ सादिकपुर स्थित नगला बंजारा एवं हाल गोवर्धन की बड़ी परिक्रमा निवासी पिता बच्चन सिंह ने ग्राम प्रधान ताराचंद बघेल, राजू ठाकुर, संजू ठाकुर, विष्णु ठाकुर एवं पिलकू ठाकुर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

मंगलवार को हत्यारोपियों की गिरफ्तारी न होने तक परिजन अंतिम संस्कार न करने की बात को लेकर अड़ गए। सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा, फरह, रिफाइनरी, जमुनापार थाने की फोर्स और पीएसी के जवान गांव पहुंच गए। चार दिन में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद परिजन माने और दोनों भाइयों के शव का अंतिम संस्कार किया।

बृहस्पतिवार की सुबह 9.45 के करीब राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित हथियावली मोड़ से मुख्य हत्यारोपी ग्राम प्रधान ताराचंद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया। सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा ने बताया कि मुख्य हत्यारोपी ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य नामजद भी जल्द पकड़े जाएंगे।

हमलावरों ने ही रचा दुर्घटना में मौत का षड्यंत्र

हत्यारोपी ग्राम प्रधान ने अपने साथियों के साथ दोनों भाइयों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद हमलावरों में से किसी ने खुद को बचाने के लिए डायल 112 पर कॉल की और दुर्घटना होने की जानकारी दी। इसी के कारण पुलिस पहले इस मामले को दुर्घटना मानकर चल रही थी, लेकिन दुर्घटना की जानकारी देने वाला मोबाइल नंबर लगातार बंद है। मृतक तिलक सिंह की चाची ने बताया पांच वर्ष पूर्व इन्हीं लोगों ने इसी गांव के एक व्यक्ति की हत्या कर पुलिस की मदद से दुर्घटना दिखाकर मामला रफा-दफा कर दिया था।

जानिए क्या था पूरा मामला…..?

मथुरा के फरह थाना इलाके के गांव धर्मपुरा में नहर के पास रविवार की रात में दो सगे भाइयों को लाठी -डंडों सरियों से बुरी तरह पीटा गया। सूचना पर पहुंचे परिजन दोनों को आनन फानन अस्पताल ले गए जहां एक को तत्काल मृत घोषित कर दिया गया जबकि दूसरे युवक ने उपचार के दौरान कुछ देर बाद दम तोड़ दिया। परिजन ने उनकी हत्या का आरोप ग्राम प्रधान और उसके साथियों पर लगाया है। हालांकि पुलिस दोनों की मौत दुर्घटना में मान रही है। फिलहाल ग्राम प्रधान ताराचंद समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

क्षेत्र के गांव पीलूआ सादिकपुर के मजरा नगला बंजारा निवासी बच्चन सिंह ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ पिछले दो साल से गोवर्धन की छोटी परिक्रमा के पंचमुखी क्षेत्र में मकान बनाकर रहते हैं। रविवार की रात को उनके दोनों बेटे तिलक सिंह (35) और विनोद सिंह (33) गांव में पहुंचे थे। उनके घर में बिजली नहीं आ रही थी। इस पर उन्होंने ग्राम प्रधान ताराचंद को फोन कॉल की और कहा कि वह लाइनमैन भेजकर उनके यहां बिजली चालू करा दें। लाइनमैन उनकी बात नहीं सुनता है। आरोप है कि इसी बात को लेकर प्रधान से उनकी कहासुनी हो गई और प्रधान ने उन्हें जान से मारने की धमकी दे डाली। घबराकर दोनों बेटे बाइक लेकर गांव से वापस गोवर्धन के लिए चल पड़े। आरोप है कि ग्राम प्रधान और उसके साथियों ने दोनों भाइयों को धर्मपुरा गांव की नहर के पास घेर लिया। यहां दोनों को लाठी, डंडे और सरियों से बुरी तरह पीटा।

इधर, ग्रामीणों को जानकारी हुई तो वह बचाव के लिए दौड़े। ग्रामीणों को आता देख हमलावर भाग गए। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी परिजन को दी। सूचना पर आनन फानन परिजन मौके पर पहुंचे और दोनों को अस्पताल लेकर गए। यहां चिकित्सकों ने तिलक को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर हालत में विनोद को भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया। उपचार के दौरान देर रात विनोद ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों के युवकों के शवों का पैनल से पोस्टमार्टम कराया है। ग्राम प्रधान ताराचंद समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

  • रिपोर्ट  – राहुल गौड़

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