आगरा: बल्केश्वर के गणेश राम नागर सरस्वती विद्या मंदिर में माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दाैरान विभिन्न विभाग के आला अधिकारी माैजूद रहे। कैडेट्स, सिविल डिफेंस के वालंटियर आदि को बताया गया कि किसी भी हमले की स्थिति में आम लोगों की रक्षा किस तरह करनी है। उन्हें कैसे सुरक्षित स्थान तक पहुंचाना है।
मॉक ड्रिल से पहले मंगलवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में रात 10 बजे तक मॉक ड्रिल, हवाई हमले से बचाव का अभ्यास व अन्य तैयारियों के लिए बैठक चलती रही। नगर निगम, एडीए, ग्राम्य विकास, विद्युत व आवश्यक सेवाओं के अलावा सिविल डिफेंस से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे।
सिविल डिफेंस के पास 25 हैंड सायरन हैं। जो बिना बिजली के बजेंगे। इनके लिए कलेक्ट्रेट, नरायच, आईटीआई बल्केश्वर, रावतपाड़ा, ताजगंज, शहीद स्मारक, जयपुर हाउस, गुरुद्वारा गुरु का ताल, मोहनपुरा, रई की मंडी, कमला नगर, सेक्टर-1 आवास विकास कॉलोनी, भगवान टॉकीज, नरीपुरा और शिल्पग्राम चिह्नित है। इसके अलावा एडीए दफ्तर सहित 4 स्थानों पर इलेक्ट्रिक सायरन बजेंगे।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन के समन्वय के साथ मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इसके पीछे मकसद है कि हवाई हमले के दाैरान थल सेना और वायु सेना के साथ किस तरह से समन्वय किया जाए। हाॅस्पिटल पर हमला हो तो कैसे रेस्क्यू आपरेशन चलाया जाएगा। फायर सर्विस को कब और कहां पहुंचना है? एंबुलेंस को कब पहुंचना चाहिए? यह सब मॉकड्रिल के दाैरान देखा जाएगा।
ये सिखाया गया
- घायलों को घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार कैसे देना है।
- बिल्डिंग ध्वस्त होने पर घायलों को कैसे बाहर निकालना है।
- अग्निकांड होने पर कैसे नियंत्रण करना, क्या सावधानियां है।
- अन्य अभ्यास एवं आकस्मिक स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण।
हमले से बचाव के 5 ज़रूरी सुझाव:
-
सायरन सुनते ही घर की बिजली बंद करें।
-
सुरक्षित और मजबूत स्थान (जैसे बंकर या बेसमेंट) की ओर जाएँ।
-
मोबाइल नेटवर्क या रेडियो पर सरकारी निर्देशों का पालन करें।
-
बिना ज़रूरत बाहर न निकलें।
-
गैस, बिजली और अन्य उपकरण बंद कर दें।