जलेसर/एटा: तहसील क्षेत्र के गांव जैनपुरा में रविवार को श्रीमद भागवत कथा के आयोजन से पूर्व कलश यात्रा को लेकर दलित और ठाकुर समुदाय के बीच तनाव उत्पन्न हो गया। कलश यात्रा शाम करीब चार बजे निकाली जानी थी, लेकिन जब यह यात्रा दलित समुदाय के घरों के पास से गुजरी, तो दलित समुदाय ने इसे रोक दिया और यात्रा को मार्ग से निकलने से मना कर दिया।

इस घटना से ठाकुर समाज और अन्य समुदाय के लोगों में आक्रोश फैल गया। विवाद की सूचना पर कोतवाली प्रभारी डॉक्टर सुधीर राघव मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ। लगभग दो घंटे तक दोनों पक्षों के लोग और कलश यात्रा में शामिल महिलाएं मौके पर खड़ी रहीं, जिससे तनाव की स्थिति बनी रही।

दलित समुदाय के लोगों का कहना था कि ठाकुर समाज ने 14 अप्रैल को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की रैली को निकलने नहीं दिया था, इसलिए वे अब इनकी कलश यात्रा को इस मार्ग से नहीं निकलने देंगे। वहीं, ठाकुर यश यदुवंशी ने कहा कि गांव में कभी भी भीमराव अंबेडकर की रैली नहीं निकाली गई है और यह रैली बिना अनुमति के निकाली जा रही थी, जो एक नई प्रथा है।

कोतवाली प्रभारी डॉक्टर सुधीर राघव ने करीब दो घंटे की बातचीत के बाद दोनों पक्षों को समझाया और कलश यात्रा को भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में भागवत कथा स्थल तक पहुंचवाया।

इस घटना की सूचना पर क्षेत्राधिकारी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, एसडीएम भावना विमल और नायब तहसीलदार वाजिद अली भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम भावना विमल ने कहा कि गांव जैनपुरा में एक सामूहिक बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दोनों पक्षों की समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार के झगड़े की संभावना न रहे। यह घटना क्षेत्र में सामुदायिक सौहार्द की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर करती है।

  • रिपोर्ट – सुनील गुप्ता

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