आगरा:  परिवहन आयुक्त बृजेश नारायण सिंह ने शनिवार को नोडल अधिकारी के रूप अछनेरा में गोबरा व नारायच में कान्हा गोशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने अरदाया में हर घर नल और धनौली में सिविल टर्मिनल की जमीनी हकीकत भी जानी। गोबरा गोशाला संचालन में उन्हें फर्जीवाड़ा मिला।

नोडल अधिकारी ने पकड़ा कि यहां शिवम फाउंडेशन का एक साल का करार था, जिसे सचिव ने बिना ग्राम पंचायत की अनुमति के 5 साल बढ़ा दिया। कागजात तलब करने पर यह खुलासा हुआ। गोशाला में 587 गोवंश थे। प्रति गोवंश एनजीओ को 50 रुपये खुराक के लिए मिलता है। हर साल 10.71 लाख रुपये एनजीओ को भुगतान हो रहा है। जबकि निरीक्षण के समय गोवंश बीमार व कमजोर मिले। भूसा और हारा चारा की व्यवस्था पर भी ग्राम प्रधान व अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

नोडल अधिकारी ने सीडीओ प्रतिभा सिंह को एनजीओ के करार में हुए फर्जीवाड़े की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इस गोशाला में 2 दिन पहले ही सीडीओ ने निरीक्षण किया था। पूर्व में यहां देखभाल के अभाव में गोवंश की मृत्यु हो चुकी है। जांच में प्रधान, सचिव की लापरवाही सामने आई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। नोडल अधिकारी ने नारायच स्थित कान्हा गोशाला का निरीक्षण किया। यहां 2619 गोवंश हैं। पीपीपी मॉडल पर संचालित इस गोशाला में सब ठीक मिला।

महिलाएं बोलीं, कभी नहीं आया पानी

हर घर नल से जल योजना की सच्चाई जानने के लिए नोडल अधिकारी अछनेरा के अरदाया गांव पहुंचे। गांव में ऊंची बस्ती में घर-घर जाकर महिलाओं से बात की। पूछा पानी आ रहा है। महिलाओं ने कहा कभी पानी नहीं आया। हम 50 रुपये भी नहीं देंगे। नोडल अधिकारी को महिलाओं ने बताया कि कम प्रेशर के कारण आधे गांव में नल से जल नहीं पहुंच रहा। प्रेशर बढ़ाने पर गांव के निचले हिस्से से पानी चोरी कर लोग खेत की सिंचाई करते हैं। नोडल अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। एडीएम नमामि गंगे और सीडीओ को दोबारा पाइपलाइन की जांच कराने और हर घर जल पहुंचाने के निर्देश दिए।

सिविल टर्मिनल भूमि पर खड़े मिले पेड़

50 करोड़ रुपये से अधिक लागत की योजना का सत्यापन करने नोडल अधिकारी धनौली स्थित सिविल टर्मिनल पहुंचे। 144 एकड़ भूमि पर 447.79 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन सिविल टर्मिनल का निर्माण जुलाई 2026 तक पूर्ण किया जाना है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर योगेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि पर्यावरण, प्रदूषण, भवन ऊंचाई, ड्राइंग एनओसी नहीं मिली है। स्थल पर 121 पेड़ खड़े मिले। डायरेक्टर ने बताया कि 121 पेड़ काटे जाएंगे। जिनके बदले 4130 पेड़ लगाये जा चुके हैं। पड़ोसी गांव के लिए वैकल्पिक मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण होना है।

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