📍अयोध्या में तीर्थयात्रियों की सुविधा और यातायात को सुगम बनाने के लिए 2.57 किमी लंबे मार्ग को 5.50 मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इस परियोजना पर 12,408.55 लाख रुपये खर्च होंगे। योगी सरकार अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बनाने की दिशा में इसे एक अहम कदम मान रही है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू होगा, जिससे रामनगरी की सुंदरता और सुविधाएं दोनों बढ़ेंगी।

रिपोर्ट 🔹 देव बक्स वर्मा

अयोध्या। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में तीर्थयात्रियों के लिए एक और बड़ी सौगात की तैयारी है। टेढ़ी बाजार से अशर्फी भवन होते हुए पोस्ट ऑफिस तक का मार्ग अब दोगुना चौड़ा होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत 2.57 किलोमीटर लंबे मार्ग की चौड़ाई 5.50 मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर की जाएगी।

योजना का उद्देश्य

यह योजना न केवल अयोध्या को और अधिक सुगम और सुंदर बनाने की दिशा में है, बल्कि देश-विदेश से आने वाले रामभक्तों की सुविधा बढ़ाने के लिए भी एक बड़ा कदम है। सड़क चौड़ी होने से न केवल यातायात व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक पहुंच और भी सहज हो जाएगी।

12,408 लाख रुपये की लागत से होगा विकास

इस परियोजना पर 12,408.55 लाख रुपये खर्च होंगे। लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड) ने इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।

योगी सरकार का संकल्प

अधिकारियों के मुताबिक, यह परियोजना अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के संकल्प को और मजबूत करती है। मार्ग का चौड़ीकरण पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार देगा।

अयोध्या के लिए क्यों है ये परियोजना अहम?
तीर्थयात्रियों की आवाजाही होगी आसान।
• यातायात व्यवस्था होगी दुरुस्त।
• पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा।
• अयोध्या बनेगी आधुनिक और सांस्कृतिक नगरी।

जल्द ही कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद, अयोध्या को वैश्विक पटल पर एक आदर्श तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में यह एक और बड़ा कदम।


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