मथुरा। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना सहित समिति के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत व्यक्तिगत शौचालय निर्माण और फेज-2 में ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम पंचायतों में दृष्टिगोचर स्वच्छता पर विशेष चर्चा हुई।

मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक में बताया कि कूड़े में सबसे अधिक मात्रा प्लास्टिक की पाई जाती है, जिसका प्रबंधन ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत सही ढंग से नहीं हो रहा है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी ने “प्लास्टिक मुक्त-बृज की रज” अभियान शुरू करने के निर्देश दिए। इसके तहत जनपद के प्रत्येक विकासखंड से 5 मॉडल ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर खंड विकास अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा गोद लिया जाएगा। साथ ही प्रधानों और सचिवों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।

जिला पंचायत राज अधिकारी धनंजय जायसवाल ने बताया कि पंचायत सचिवालयों और सामुदायिक शौचालयों का सत्यापन कराया जा रहा है, और कमियां दूर कर उन्हें क्रियाशील बनाया जाएगा।

बैठक में जिला पंचायतराज अधिकारी ने आरआरसी (रिसोर्स रिकवरी सेंटर) का नाम बदलकर “कचरा से कंचन केन्द्र” रखने का प्रस्ताव रखा, जिसे जिलाधिकारी ने स्वीकृति प्रदान की। इस केन्द्र पर गीले कूड़े की कंपोस्टिंग और सूखे कूड़े के फॉरवर्ड लिंकज का कार्य किया जाएगा।

अभियान के तहत सभी ग्राम पंचायतों में प्रत्येक घर के बाहर “मेरी प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी” का स्लोगन लिखी बोरी लगाई जाएगी, जिसमें प्लास्टिक एकत्रित किया जाएगा। सफाईकर्मी प्रत्येक माह 20 से 25 तारीख के बीच प्लास्टिक का संग्रहण कर उसका निस्तारण कराएंगे। इस नवाचार की प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर सराहना भी की गई है। साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक के संग्रहण और निस्तारण की सतत प्रक्रिया चलाई जाएगी।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इस अभियान को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए ताकि मथुरा को स्वच्छता के क्षेत्र में एक नई पहचान मिल सके।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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